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2020 में तबाही का मंजर

2020 में तबाही का मंजर

2020 में तबाही का मंजर और क्या क्या दिखायेगा।
2020 में तबाही का मंजर और क्या क्या दिखायेगा। 

2020 में तबाही का मंजर और क्या क्या दिखायेगा। 





    2020 में तबाही का मंजर परिचय (Introduction)


    2020 में तबाही का मंजर :-  2020  एक ऐसे साल के नाम से जाना जायेगा जिसमे बस सब तरफ तबाही का मंजर है चाहे वो Covid-19 कोरोना वायरस से हो या फिर आस्मां से आने वाले धूमकेतु से , विशाखापट्नम या मुंबई में हुए गैस लीक से हो या फिर जगह जगह आने वाले भूकंप से।  लिस्ट बहुत लम्बी है किसने सोचा था आधा साल बीतने को है और मुसीबते है की टलने का नाम नहीं ले रही। तो इस आर्टिकल 2020 में तबाही का मंजर और क्या क्या दिखायेगा।  में हम इसी बारे में बात करेंगे की अभी तक 2020 ने हमे क्या क्या दिखा दिया है।  तो आईये शुरू करते है। 

    01.COVID- 19 कोरोना वायरस

    COVID- 19 कोरोना वायरस
    COVID- 19 कोरोना वायरस

    2020 में तबाही का मंजर की शुरुआत तो कोरोना वायरस के साथ ही शुरू हो सकती है। क्यूंकि किसने सोचा था कभी इस दुनिया में जहाँ पर हर देश एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लगा हुआ है 2020  में एक ऐसा वायरस आएगा जो सब को उनको औकात याद दिला देगा। 

    कोई देश भी इस वायरस से बच नहीं पाया है अभी तक हालांकि कुछ देश इस से अछूता होने का दावा जरूर करते है मगर सचाई यही है की वो दूसरे देशों के साथ अपने कोरोना वायरस के आंकड़े साझे नहीं कर रहे है। 


    2020 में तबाही का मंजर इसी ने दिखाया है।  हर तरफ ज़िन्दगी अस्त व्यस्त हुयी पड़ी है। काम बंद हो गए , यातायात ठप , सड़के सुनसान , काम की तलाश में दुसरो शहरों से आये लोग वापिस अपनों घर/शहर जाने की होड़ में नजर आये।  सब तरफ बस सनाटा पसरा हुआ है। 2020 में तबाही का मंजर में कोरोना वायरस को बहुत लम्बे समय तक याद रखा जाने वाला है   



    साल के शुरूआती दिनों में शुरू हुआ ये वायरस आधा साल ख़तम होने को आया पर ख़तम होना तो दूर की बात कम होने का नाम नहीं ले रहा।  तो आईये थोड़ा नजर तरफ भी कर लेते है ये वायरस है क्या और कैसे असर करता है। 

    कोरोना वायरस संक्रमण कैसे फैलता है


    हम आपको यहां बता रहे हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण कैसे फैलता है और इससे बचने के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं.



    कोरोना वायरस आपके फेफड़ों को संक्रमित करता है. इसके दो मूल लक्षण होते हैं बुख़ार और सूखी खांसी. कई बार इसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में भी दिक्कत पेश आती है.



    कोरोना के कारण होने वाली खांसी आम खांसी नहीं होती. इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये चिंता की बात हो सकती है.

    इस वायरस के कारण शरीर का तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है जिस कारण व्यक्ति का शरीर गर्म हो सकता है और उसे ठंडी महसूस हो सकती है. व्यक्ति को शरीर में कंपकंपी भी महसूस हो सकती है.

    इसके कारण गले में खराश, सिरदर्द और डाएरिया भी हो सकता है. हाल में आए एक ताज़ा शोध के अनुसार कुछ खाने पर स्वाद महसूस न होना और किसी चीज़ की गंध का महसूस न होना भी कोरोना वायरस का लक्षण हो सकता है.

    माना जा रहा है कोरोना वायरस के लक्षण दिखना शुरु होने में औसतन पांच दिन का वक्त लग सकता है लेकिन कुछ लोगों में ये वक्त कम भी हो सकता है.

    कोरोना वायरस बचने के लिए क्या कर सकते हैं.
    कोरोना वायरस बचने के लिए क्या कर सकते हैं.

    02.धूमकेतु (Comet)

    02.धूमकेतु (Comet)
    IMAGE COURTESY :- GOOGLE

    अभी अभी साल के शुरूआती महीनो में लोग कोरोना को समझ ही रहे थे और तभी 2020 में तबाही का मंजर की एक खबर आती है धरती की और बढ़ते हुए धूमकेतु की जिससे नास्त्रेदमस और बाबा वेन्गा समेत कई विद्वान पृथ्वी के सर्वनाश की भविष्यवाणी कर चुके बातें दिमाग में आती है।  

    बाइबल के 'बुक ऑफ रिवेलेशन' में भी धरती के सर्वनाश का जिक्र किया गया है. 

    वहीं, चंद्र ग्रहण को भी हिंदू धर्म की मान्यताओं में तमाम तरह की प्राकृतिक आपदाओं  तबाही का मंजर से जोड़कर देखा जाता रहा है. शुक्रवार रात साल का पहला चंद्र ग्रहण लगा और इसी बीच नासा ने भी एक बड़े धूमकेतुओं के पृथ्वी के करीब से गुजरने की चेतावनी जारी कर दी. 

    नासा के अनुसार इस धूमकेतु की रफ्तार इतनी ज्यादा थी  कि इसकी एक चोट पृथ्वी के बड़े हिस्से को तबाह करने के लिए काफी है.

    02.धूमकेतु (Comet)
    IMAGE COURTESY :- GOOGLE

     इस रफ्तार से टकराने वाला धूमकेतु 185 फीट ऊंची सुनामी ला सकता था . हालाँकि ये धूमकेतु अब धरती के पास से गुजर चूका पर 2020 में आयी मुसीबतो की सूचि में अपना नाम जोड़ के जा चूका है। 

    03. चक्रवाती तूफान अम्फान

    चक्रवाती तूफान अम्फान
    image courtesy :- Satellite image released by NASA shows Cyclone Amphan over the Bay of Bengal in India.

    शायद ही कोई अछूता होगा जिसने 2020 में तबाही का मंजर अम्फान महाचक्रवात के बारे में न सुना हो ये वहां के लोग बताते है की ये तूफान भगवान के क़हर के जैसा था। इस तूफान से लोगों के घरों समेत सबकुछ तबाह हो गया. तबाही से जैसे-तैसे लोगों ने खुद को शेल्टर होम में छिपकर बचाया.

    चक्रवात अम्फान के पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट से टकराने के बाद तटीय क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ था . 

    इससे बंगाल में 100 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आयी थी। दोनों ही राज्यों पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) से भारी तबाही हुई थी।

      मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर अम्फान के पहुंचने के दौरान चक्रवात के केंद्र में हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी. तूफान के केंद्र का व्यास 30 किमी का था

    .

    04. भूकंप (Earthquake)



    सोये हुए इंसान को जैसे जगाने के लिए थोड़ा हिलाना पड़ता है।  वैसे ही भगवान भी सोई हुई मानव जाती को जगाने का जैसे प्रयास कर रहा हो 2020 में तबाही का मंजर में इसका सीधा प्रमाण ये की भारत उत्तर भारत में या दिल्ली नॉएडा ही नहीं बल्कि अलग अलग  देशों  में छोटे छोटे पर लम्बे समय तक भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे है। हालाँकि इससे अभी तक कही से भी कोई नुकसान होने की खबर दर्ज नहीं हुई है।  पर सम्पूर्ण मानव जाती को ये भूकंप कुछ समय के लिए ही सही पर डरा के चले जा रहे है।  




    05. फिलीपीन्स का ताल ज्वालामुखी

    फिलीपीन्स का ताल ज्वालामुखी
    Courtesy Google
    ऊपर दिखानी गयी इमेज कोई कंप्यूटर ग्राफ़िक्स द्वारा नहीं बनायीं गयी है ये 2020 में तबाही का मंजर असली है इस ज्वालामुखी ने फटने के बाद आसमान से खींच ली बिजलियां, भूकंप के लगे थे 75 झटके.

    2020 में तबाही का मंजर  फिलीपीन्स का ताल ज्वालामुखी की खबर के बारे में चाहे बहुत सारे लोग न जानते हो पर इस खबर ने भी 2020 को याद रखने में एहम भूमिका निभाई है। फिलीपीन्स के ज्वालामुखी और सिस्‍मोलॉजी इंस्टीट्यूट ने पहले ही  में खतरनाक विस्फोट की चेतावनी जारी की थी.

    बता दें, ताल ज्वालामुखी फिलीपीन्स की राजधानी मनिला के बतानग्स में स्थित है.

    फिलीपीन्स के एक ज्वालामुखी में जनवरी के मध्य  को धुआं निकलते हुए देखा गया और इसके चलते भूकंप के कई झटकों के बाद सड़कों में दरारें आ गईं।

     इन सड़कों को ज्वालामुखी में बड़े विस्फोट की आशंका को देखते हुए बंद कर दिया गया था

    ताल ज्वालामुखी के पास स्थित झील और एक नदी सूख गई थी  इन संकेतों को ताल ज्वालामुखी की सक्रियता के रूप में देखा जाता है। इसके बाद ग्रामीणों को सैनिकों और पुलिसकर्मियों ने ज्वालामुखी द्वीप पर जाने और वहां से जानवरों तथा अपना सामान लाने से रोक दिया।

    रविवार (12 जनवरी) रात अचानक से ताल ज्वालामुखी में विस्फोट शुरू हो गया। हालांकि इस घटना में किसी की मौत या गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन कई मकानों और खेतों को ज्वालामुखी की राख से नुकसान पहुंचा है।

    इस घटना के बाद मनीला अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया जिससे 600 उड़ानें रद्द हुई।

    बटनगास प्रांत में स्थित यह ज्वालामुखी क्षेत्र 65 किलोमीटर से अधिक में फैला हुआ है। इस प्रांत में 121,000 लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हो गए। प्रांत में राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दी गई है, ताकि आपात कोष जल्द से जल्द जारी हो सके। 


    06. ऑस्ट्रेलिया में लगी आग



    कोरोना वायरस की तरह ये आज तक की सबसे' भीषण आग 2020 में तबाही का मंजर भी 2020  को 2019 की ही देन है।  जिसे लम्बे समय तक याद रखा जायेगा।  इस आग में लगभग 50 करोड़ जानवर जलकर मर गए थे। 

    इसके भीषण होने का अंदाज़ा आप ऊपर दिए वीडियो को देख कर लगा सकते है। 

    ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्लयू) है. यहां लगभग 50 लाख हेक्टेयर इलाक़े में आग लग गयी थी और लगभग  1300 घर तबाह हो गए थे। ये 2020 में तबाही का मंजर की शुरुआत का सबसे पहला प्रमाण था .


    हज़ारों लोगों को अपना घर छोड़कर शिविरों में जाना पड़ा है. 

    ऑस्ट्रेलिया में आग फैलने का एक बड़ा कारण मौसम भी रहा है. उस समय  गर्म, शुष्क मौसम के साथ तेज़ हवाएं आग के लिए बिल्कुल अनुकूल स्थितियां बना रही थी .

    आग 40 डिग्री तापमान और तेज़ हवाओं के कारण और ज़्यादा भड़क गई. इससे आग बुझा रहे फायरफाइटर्स के लिए भी हालात और मुश्किल हो गए.

    ऑस्ट्रेलिया में 2020 में  लगी आग आमतौर पर लगने वाली जंगल की आग से ज़्यादा विशाल थी। 


    2019 में अमेज़न की जंगल की आग में न्यू साउथ वेल्स में क़रीब नौ लाख हेक्टेयर का नुक़सान हुआ था. 2018 में कैलिफॉर्निया की आग में आठ लाख हेक्टेयर का नुक़सान हुआ था.



    07.टीडी दल का हमला

    टीडी दल का हमला
    courtesy:- Google

    अभी अभी ज़िन्दगी सब लम्हो से डरते डरते थोड़ा चलना सीखना शुरू करने ही वाली थी  जाने कहाँ से टिड्डी दल  ने दस्तक दे दी। और इस हमले का शिकार भी अकेला भारत नहीं है भर सारे देशो में इस समय अलग अलग प्रजातियो ने हमले कर रखे है। 

    भारत का ये 2020 में तबाही का मंजर टीडी दल हमला तीन दशकों में सबसे बड़ा है इसका अंदाज़ा आप इस से लगा सकते है ये टीडी दल एक दिन में  35 हज़ार लोगों के लिए पर्याप्त खाद्य को समाप्त कर सकता है.। 

    आमतौर पर सर्दियों में टिड्डियां अपने आप ही खत्म हो जाती थी, लेकिन मौसम के बदलते पैटर्न की वजह से टिड्डियां अभी भी भारत में अपना कहर बरपा रही हैं।

    पाकिस्तान की सीमा से लगे राजस्थान के कुछ हिस्सों में हर साल टिड्डियों के हमले में फसलों को नुक़सान होता रहा है.

    लेकिन इस बार यह राजस्थान की सीमा से निकलकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तक पहुंच गए हैं जो अपने आप में एक दुर्लभ बात है.

    .टीडी दल का हमला
    टीडी दल का हमला


    लोक्सट वॉर्निंग सेंटर का कहना है कि हवा की गति और दिशा के कारण ये दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ रहे हैं.ये झुंड एक दिन में 200 किलोमीटर का रास्ता तय कर सकते हैं.जब हरे-भरे घास के मैदानों पर कई सारे रेगिस्तानी टिड्डे इकट्ठे होते हैं तो ये निर्जन स्थानों में रहने वाले सामान्य कीट-पतंगों की तरह व्यवहार नहीं करते हैं.
    बल्कि एक साथ मिलकर भयानक रूप अख़्तियार कर लेते हैं. इस फेज़ में टिड्डे रंग बदलकर बड़े समूहों का रूप ले लेते हैं.
    यही वजह है कि इसे दुनिया के सबसे ख़तरनाक कीट की श्रेणी में रखा जाता है.


    बीते दशकों में सामने आया सबसे ख़तरनाक टिड्डी दल इस समय हॉर्न ऑफ़ अफ्रीका के घास के मैदानों और खेतों को नष्ट कर रहा है. टिड्डों के ये हमले इस पूरे क्षेत्र में खाद्य संकट पैदा कर रहे हैं.

    Conclusion

    अभी साल आधा से ज्यादा बाकी है और देखना ये है की  2020 में भगवान का अपने इंसान से नाराज होना यही पर थम जाता  है या कुछ है जो और देखना बाकी है। 2020 में तबाही का मंजर लिस्ट यही पर रुक जाती है या फिर और कुछ जुड़ना इसमें बाकी है।

    updates के लिए हमारे साथ बने रहे। 

    हमने अगर कुछ है जो इस आर्टिकल 2020 में तबाही का मंजर में हमसे छूट गया है वो आप हमे निचे दिए कमेंट में लिख कर भेज  सकते है आपके नाम के साथ हम प्रकाशित करेंगे। और अगर हमसे इस आर्टिकल 2020 में तबाही का मंजर में कोई भूल हो गयी हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताये उसे जल्दी ही ठीक कर लिया या फिर हटा दिया जायेगा। 

    आर्टिकल के आखिर तक बने रहने के लिए धन्यवाद .

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