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कोरोना से बचाव में कैसे काम करता है आरोग्य सेतु ऐप, - आप जरुर से जरूर डाउनलोड करें

कोरोना से बचाव में कैसे काम करता है आरोग्य सेतु ऐप, - आप जरुर से जरूर डाउनलोड करें

कोरोना से बचाव में कैसे काम करता है आरोग्य सेतु ऐप- आप जरुर से जरूर डाउनलोड करें




    कोरोना से बचाव में कैसे काम करता है आरोग्य सेतु ऐप, जिसे मोदी ने कहा- आप जरुर से जरूर डाउनलोड करें
    आरोग्य सेतु ऐप


    HIGHLIGHTS


    दरअसल, सरकार ने इस App को लॉन्च किया है जिससे कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद मिलती है। अब तक इस App को 10 मिलियन से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।


    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 7 जरूरी चीजों को लोगों से करने की अपील की है। इन सात वचनों में एक वचन है आरोग्य सेतु App को डाउनलोड करना। तो आखिर यह आरोग्य सेतु App क्या है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी  ने कहा है कि आप खुद भी डाउनलोड करें और दूसरों को भी करने के लिए प्रेरित करें। 

    कोरोना से बचाव में कैसे काम करता है आरोग्य सेतु ऐप, जिसे मोदी ने कहा- आप जरुर से जरूर डाउनलोड करें


    क्या है आरोग्य सेतु App ? 



    दरअसल, सरकार ने इस App को लॉन्च किया है जिससे कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद मिलती है। अब तक इस App को 10 मिलियन से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्‍मार्टफोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। इस App की खासियत यह है कि आपको आसपास मौजूद कोरोनावायरस पॉजिटिव लोगों के बारे में पता लगाने में यह मदद करेगा।


    कैसे काम करता है ?


    App आपके मोबाइल के ब्लूटूथ, जीपीएस और मोबाइल नंबर का उपयोग कर काम करता है। इसके लिए सबसे पहले आपको App स्टोर से जाकर इसे डाउनलोड करना होता है। जैसे ही आप इसे अपने फोन में इंस्‍टॉल करते हैं। यह आपसे अपनी भाषा चुनने को कहता है। बतादें कि हिंदी और अंग्रेजी समेत आरोग्य सेतु ऐप 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्‍ध है। उसके बाद यह आपसे ब्‍लूटूथ और जीपीएस डेटा के लिए अनुमति मांगता है। जब आप इसकी अनुमती दे देते हैं तो ये कॉन्‍टैक्‍ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है और बताता है कि आप कोरोना के जोखिम के दायरे में है या नहीं।

    कोरोना से बचाव में कैसे काम करता है आरोग्य सेतु ऐप, जिसे मोदी ने कहा- आप जरुर से जरूर डाउनलोड करें

    1- आरोग्य सेतु ऐप ब्लूटूथ-आधारित तकनीक पर काम करता है और उपयोगकर्ता के स्थान के आधार पर जोखिम का निर्धारण करने की कोशिश करता है।

    2- जोखिम कारक उस स्थान के लिए उपलब्ध आंकड़ों पर भी आधारित होता है।

    3- यह उपयोगकर्ता को सूचित करता है कि उसने 6-फीट की निकटता में पॉजिटिव कोरोनावायरस केस के साथ रास्ते को पार कर लिया है।

    4- ऐप उपयोगकर्ता के लिए कई उपायों की सिफारिश करता है जैसे कि सेल्फ असेस्मेंट टेस्ट, सोशल डिस्टेंसिंग, डू एंड डॉन, कोरोनावायरस के बीच।

    5- आरोग्य सेतु ऐप उपयोगकर्ता को एहतियाती उपायों के बारे में भी बताता है और वैश्विक महामारी के समय में सामाजिक भेद को कैसे बनाए रखता है।
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    6- पीएमओ के बयान के अनुसार, ऐप एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा को सुविधाजनक बनाने वाला ई-पास भी हो सकता है।

    7- यदि कोई उपयोगकर्ता उच्च जोखिम में है, तो ऐप उसे पास के परीक्षण केंद्र में परीक्षण के लिए जाने और तुरंत टोल-फ्री नंबर 1075 पर कॉल करने की सलाह देगा।
    8- ऐप एक चैटबोट से भी लैस है जो कोरोनावायरस बीमारी या कोरोनावायरस पर सभी बुनियादी सवालों के जवाब देता है।

    9- उपयोगकर्ता भारत में प्रत्येक राज्य के लिए हेल्पलाइन नंबर भी पा सकते हैं।

    यदि आपको Aarogya Setu App का उपयोग करके COVID-19 लक्षण हैं तो कैसे पता करें?



    1- ऐप खोलें।

    2- अब अपनी स्क्रीन के नीचे सेल्फ असेसमेंट बटन को देखें।

    3- बटन क्लिक करने के बाद, आपसे आपके लिंग और उम्र के बारे में पूछताछ की जाएगी।

    4- अब आपसे इस बारे में पूछताछ की जाएगी कि क्या आप किसी भी तरह के लक्षणों का सामना कर रहे हैं- खांसी, बुखार या सांस लेने में कठिनाई।

      5- आपसे आगे पूछा जाएगा कि क्या आपने कभी सुना है- मधुमेह, उच्च रक्तचाप, फेफड़ों की बीमारी या हृदय रोग।
    6- अब परीक्षण आपको पिछले 14 दिनों में आपके यात्रा इतिहास के बारे में पूछताछ करेगा।

    7- आगे आपसे पूछा जाएगा कि क्या आप एक कोरोनावायरस हिट मरीज के साथ रह चुके हैं या यदि आप एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं और बिना सुरक्षात्मक गियर के सकारात्मक कोरोनावायरस मामले की जांच की।

    8- इन सवालों के जवाब ईमानदारी से दें।

    9- सवालों के जवाब देने के बाद, ऐप आपको कोरोनावायरस संक्रमण के जोखिम के बारे में बताएगा।

    दो रंगों में यह आपके जोखिमों के स्तर को दिखाता है

    उसके बाद आपको अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होता है। रजिस्टर करने के बाद आप उसे ओटीपी से वेरिफाई करते हैं। जिसके बाद एक वैकल्पिक फॉर्म का इंटरफेस आपको दिखता है जो नाम, उम्र, पेशा और पिछले 14 दिनों के दौरान विदेश यात्रा के बारे में पूछता है। जब आप ये सारी चीजें बता देते हैं उसके बाद यह आपको हरे और पीले रंग के कोडों में आपके जोखिम के स्‍तर को दिखाता है। उसके बाद यह भी सुझाव देता है कि आपको क्‍या करना चाहिए।

    अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है और बताया जाता है कि 'आप सुरक्षित हैं' तो कोई खतरा नहीं है। बस कोरोना से बचने के लिए आपको सोशल डिस्‍टेंसिंग को बनाए रखना चाहिए और घर पर रहना चाहिए।

    वहीं अगर आपको पीले रंग में दिखाया जाता है तो 'आपको बहुत जोखिम है' इसके बाद वह आपसे हेल्‍पलाइन में संपर्क करने को कहता है।

    कृपया अपने सुझाव दें और यदि यह लेख आपकी मदद नहीं करता है। तब आप इस लेख के बारे में प्रश्न पूछने के लिए स्वतंत्र हैं।Please comment below..हम आपके सभी संदेहों को जल्द से जल्द 

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